इन उपायों/दान-पुन्य-जप से होगा आपका भला/कल्याण—


मन चाही इच्छाओं को प्राप्त कर सकते हैं—


क्या करे केसे करें शनि जी को खुश—
शनि शुभ हो, तो किसी को भूल कर भी मुफ्त शराब न पिलाएं। तेल कभी न दान दें। अपना वाहन किसी को न दें, जूते पुराने होने पर बेच दें, पर किसी को दान स्वरूप न दें। मगर शनि अशुभ है, तो ऐसे जातकों को वस्त्रों, काले तिलों, लोहा, तेल, शराब इत्यादि का दान करना चाहिए। 

शुक्र के तत्व फूल, सीले वस्त्र, खुशबू आदि होते हैं। शुभ शुक्र वाले को इनका दान कभी नहीं करना चाहिए और अशुभ वालों को इनको अपने से दूर रखे या समय-समय पर दान दें। 

गुरु शुभ हो, तो पीले वस्त्रों व पुस्तकों का दान कभी न करें। इस प्रकार आप ज्योतिषी की सलाह पर शुभ या अशुभ ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान या पूजा पाठ करें। इस प्रयोग से आप भी समृद्धि, शांति व मन चाही इच्छाओं को प्राप्त कर सकते हैं।

मंगल नीच का हो लाल वस्तुएं दान दें—-

इससे शनि और कमजोर ही होगा। शनि को बलि करने के लिए शनिदेव की आराधना करें, काले कपड़ों को दान देने की बजाए धारण करें, तो लाभ प्राप्त होगा। यदि चंद्रग्रह कमजोर है, तो सफेद वस्तुओं जैसे दूध, पनीर इत्यादि का सेवन करो। यदि चंद्र शक्तिशाली है और शुभ प्रभाव दे रहा हो, तो चंद्र संबंधी वस्तुओं, जैसे पानी, सफेद वस्तुएं, चांदी आदि का दान कभी न करें। यदि चंद्र अशुभ हो, तो सफेद वस्तुओं का दान करो। यदि मंगल शुभ हो, तो उस की शक्ति बढ़ाने हेतु मंगलवार को मंदिर जाओ, पर प्रसाद वहां न बांटकर स्वयं सेवन कीजिए। लाल वस्त्र दान न दें, बल्कि लाल वस्त्र पहनना उत्तम रहेगा। मिठाईयां भी मंगल से संबंधित है, इसलिए वह कभी दान का उपहार स्वरूप किसी को न दें, यदि मंगल नीच का हो और अशुभ हो, तो लाल वस्तुएं, गुड़, प्रसाद, मिठाईयां दान दें। किसी का दिया हुआ प्रसाद न खाएं। 
चंद्र ग्रह कमजोर हो, तो करें शिव की आराधना—-

यदि आपकी कुंडली में कोई ऐसा ग्रह है, जो आपको कष्ट पहुंचा रहा है, तो आपको उस ग्रह से संबंधित देवी-देवता की आराधना करके उन ग्रहों को और अधिक शक्ति प्रदान नहीं करनी चाहिए। क्योंकि कष्टदाई ग्रह की शक्ति बढ़ने से आपके कष्ट में इजाफा ही होगा। हां, उस ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान करने से उस ग्रह की दुष्टता कम होगी और आप का कष्ट कम होगा। उदाहरण केलिए मान लो, कि आपकी कुंडली में मंगल ग्रह नीच का है और वही पीड़ित कर रहा है, तो ऐसे व्यक्ति को लाल वस्त्रों, मीठी वस्तुओं आदि का दान करना चाहिए। मंगलवार के दिन हनुमान जी को प्रसाद चढ़ाएं और बांटें, लेकिन प्रसाद स्वयं कभी नहीं खाना चाहिए। 

इसी प्रकार से यदि कोई ग्रह कमजोर है और आपको इच्छित फल की प्राप्ति करवाने में असक्षम हैं, तो आप को संबंधित ग्रह के देवी देवता की आराधना करनी चाहिए, लेकिन उस ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान नहीं करें। जैसे, चंद्र ग्रह कमजोर हो, तो शिव की आराधना करनी चाहिए और सफेद वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। जैसे, दूध पीना, सफेद वस्त्र पहनना आदि। 

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