बिना किसी सोफ्टवेयर के अपनी जन्म कुण्डली केसे बनाये…??? How Make your horoscope without any software…???

आप सबने अपनी जन्म कुण्डली किसी पण्डित जी या ज्योतिषाचार्य से बनवाई होगी । जन्म कुण्डली बनाते समय जन्म के समय के नक्षत्रो,ग्रहो आदि की गणना की जाती है । ज्योतिष विज्ञान मे दो महत्व पूर्ण घटक है एक गणन दूसरा फलन । ये दोनों घटक मिलकर ही इस विज्ञान को सम्पूर्ण बनाते है । इस गणन के कार्य मे मानवीय भूल होना सम्भव है । इस भूल की वजह से कोई भी भविष्य वेत्ता कुण्डली को देख कर सही भविष्यवाणी नही कर सकता है । सही भविष्यवाणी के लिये शुद्ध रूप से बनी कुण्डली जरूरी है ।
पुराने समय मे गणना करने के लिये साधनों का अभाव था इस लिये जैसे तैसे काम चला लेते थे लेकिन आज का समय विज्ञान एंव तकनीक का है । इसलिये आप को परेशान होने की जरूरत नही है। आप अपनी जन्म कुण्डली अपने कम्प्यूटर के द्वारा बिना किसी साफ्टवेयर के, ओन लाईन रह कर इसवेब साइट की मदद से बना सकते है ।
इस मे आपको दो तीन जरूरी जानकारी भरनी है, जैसे जन्म तिथि, जन्म का समय और जन्म का स्थान आदि और बस हो गया आपकी जन्म कुण्डली तैयार और किसी अच्छे ज्योतिषी को दिखा कर मार्ग दर्शन ले सकते है । अगर आपकी ज्योतिष विषय मे ज्यादा रूची हो तो आप इन दो ब्लोगो पर भी भ्रमण कर सकते है पहला है संगीता पुरी जी का गत्यात्मक ज्योतिष और दूसरा है सिद्घार्थ जोशी जी का ज्योतिषदर्शन

अपडेट – पोस्ट में एक समस्या काफी लोगो को आई थी विशेषकर नेपालीभाईयो को क्यों की उनका शहर उस लिस्ट में नहीं था | जब शहर कानाम भरने का ओप्सन आता है तो वो असमंजस में पड जाते है की क्याकरे | इसका समाधान यह है की आप उस शहर का (जन्म स्थान का )लोंगी ट्यूड ओर लैटी ट्यूड यानी अक्षांश और देशांतर स्थिति भर दे |अक्षांश और देशांतर स्थिति जानने के लिए आप गूगल मैप या अन्य मैपका सहारा ले सकते है |

जन्म कुण्डली के आधार पर आपके भूत ओर भविष्य की सही सहीजानकारी प्राप्त की जा सकती है | ज्योतिष में दो बातों का ध्यान रखाजाता है | पहला है गणन दूसरा है फलन | गणन के लिए आजकल हमाराकंप्यूटर बहुत बढ़िया काम करता है | जिसके लिए जरूरी है सही जन्मदिनांक, सही जन्म  समय,  सही जन्म स्थान | अगर आप को इनतीनों बातों  का सही ज्ञान है, तो आपकी जन्म कुण्डली में गलती होने कीसंभावना  के बराबर है |अब मै मूल विषय की बात करता हूँ | आपकी जन्म कुण्डली  में सरकारी इनकम के योग है तो आप की सरकारी नौकरी भी लग ही जायेगी | आपअपनी आय  के स्रोत  का पता लगाइए यह बहुत ही आसान है | मै आपको एक उदाहरण के द्वारा समझा दू तो आप आसानी से समझ जायेंगे | (नीचे वाले चित्र को बड़ा देखने के लिए उस पर क्लीक करे या  कंट्रोल की को दबाए हुए माउस को स्क्रोल करे  )
कमला और विमला दो बहने है  | उनके पिता की बहुत समय पूर्व मृत्यु  हो गयी | उनका  पालन पोषण जिन्होंने किया वो सभी सरकारी कर्मचारी थे | जैसे की उसके नाना  जी जिनका निधन बहुत पहले हो गया था नानी पेंशन याप्ता होने की वजह से सरकारी पैसे प्राप्त करती है | तीन चार मामा जो सभी सरकारी नौकरी करते है | कमला और  विमला के दादा जी भी सरकारी  रिटायर्ड कर्मचारी थे तो उनकी आय  भी सरकारी पेंशन से होती है | जब शादी हुयी तब भी इन्ही  लोगो ने पैसे खर्च किये | उनकी ससुराल में भी जो आय का स्रोत था वो सरकारी ही था उनका ससुर सेना में वीरगति प्राप्त सैनिक होने से उनकी सास भी  सरकारी पेंशनर थी | अब बात करते है कमला और विमला के पति  महाशय की जब  उन्होंने  मुझसे पूछा की क्या उनकी सरकारी नौकरी लगे गी ?

अब  आप बताइये की उनकी सरकारी नौकरी के योग कितने प्रबल है?  मैंने भी उन्हें  तुरंत क़हा की जी हां आप की सरकारी नौकरी अवश्य लगेगी |क्यों की उनकी पत्नी की आय का स्रोत बचपन से ही सरकारी पैसा रहा है तो अब आगे भी  सरकारी पैसा ही रहेगा | अब अगर उनकी नौकरी नहीं लगती है तो आगे भविष्य में सरकारी आय जो उनकी माँ के माध्यम से मिल रही है वो हमेशा नहीं रह सकती है |  उनकी आय का स्रोत सरकारी पैसा बने इस के लिए उनकी सरकारी नौकरी लगना उनकी कुण्डली योग जरूर बनेगा | 

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