जानिए साल …5 में देश के प्रमुख राजनेताओं का भविष्यफल और शनिदेव का प्रभाव  –
रहिये सावधान इस वर्ष 2015 में, शनि के प्रभाव में रहेंगे सभी….


पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री के अनुसार इस वर्ष (2015 ) के मार्च, मई, अगस्त एवं नवंबर माह में 5-5 रविवार आएंगे। जनवरी, मई, अगस्त एवं अक्टूबर महीने में 5-5 शनिवार आएंगे। यह वर्ष शनि के प्रभाव वाला रहेगा..जनवरी, मई, अगस्त एवं अक्टूबर 2015 के महीने में छुट्टियां ज्यादा रहेंगी। साल का पहला दिन ही मेष राशि से शुरू हुआ है जो राशि चक्र की पहली राशि है।


पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री के अनुसार इस काल में चंद्रमा मेष राशि में रहेगा एवं साल के अंत में सिंह राशि में रहेगा। जो वर्ष के आरंभ में मेष राशि वालों को एवं वर्षांत में सिंह राशि वालों को बड़ा लाभ दिलाएगा। दोनों राशि पर ही शनि का ढय्या चल रहा है।


पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री के अनुसार 2015 की दीपावली बुधवार को आएगी। इस दिन सूर्य नीच राशि तुला में चंद्र के साथ होगा एवं बुध भी इनके साथ ही तुला में होगा। स्वतंत्र भारत की राशि कर्क से यह चतुर्थ रहेंगे। ये योग शुभ नहीं माना जा रहा है, इस अवसर पर देश की सुरक्षा एजेंसियों को विशेष सावधान रहना होगा।


पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री के अनुसार,15 मार्च से 2 अगस्त 2015 तक लगभग 140 दिनों के लिए शनि वृश्चिक राशि में वक्री रहेगा। इस दौरान में तुला, वृश्चिक एवं धनु राशि में शनि की साढ़ेसाती और मेष व सिंह पर शनि का ढय्या चलता रहेगा। राहु पूरे वर्ष कन्या राशि में रहेगा, जिसके स्वामी बुध से उसकी मित्रता है। केतु पूरे वर्ष मीन राशि मे रहेगा जो इस राशि का सम माना जाता है। अत: राहु एवं केतु से कोई परेशानी आने की संभावना नहीं है।


साल 2014 समाप्त हो चुका है और साल 2015 नई आशाएं व उम्मीदें लेकर हमारे सामने है। हर इंसान के मन में भविष्य जानने की इच्छा जरूर होती है। राशि के अनुसार किसी भी व्यक्ति के संभावित भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। पंचांग के आधार पर आज हम आपको बता रहे हैं कि राशि अनुसार आपके लिए किस महीने की कौन सी तारीख शुभ रहेगी और कौन सी तारीख पर आपको सावधानी रखनी है। जानिए-


बहुत से लोगों को ज्योतिष की समुचित जानकारी नहीं होती और वे यह जान ही नहीं पाते कि उनका कौन सा ग्रह कमजोर है लेकिन यदि अपनी छोटी-छोटी आदतों पर ध्यान दिया जाये तो हम सहज ही यह पता कर सकते हैं कि हमारी कुंडली का कौन सा ग्रह कमजोर है.बदलते समय और उसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव का विश्लेषण किया गया है जो इस प्रकार है. यदि हम सूर्य की, चन्द्र और पृथ्वी की सापेक्ष खगोलीय स्थिति का अध्ययन करें तो पता लगता है, कि इनमें प्रतिपल कुछ न कुछ आंशिक परिवर्तन होता है. हो सकता है ये अत्यंत सूक्ष्म हो और इससे ज्यादा सूक्ष्म सापेक्ष परिवर्तन अन्य ग्रहों का भी हो सकता है….


ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है क्योंकि मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का दंड शनिदेव ही देते हैं। साल 2015 में शनि वृश्चिक राशि में चलायमान रहेगा। इस दौरान 14 मार्च से 15 अगस्त 2015 तक शनि की स्थिति वक्रीय रहेगी। शनि ग्रह सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित मुद्दों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। बढ़ता प्रदूषण कुछ गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। प्रदूषित पानी और हवा के साथ ही स्वच्छ पानी की कमी एक बड़ा मुद्दा बनेगी।


उस समय के दौरान आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों के क्षेत्र में खोज कुपोषित लोगों के पोषण में सुधार करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा कैंसर, एड्स और अन्य खतरनाक बीमारियों के इलाज हेतु टीका क्षेत्र में उत्साहजनक उन्नति देखने को मिल सकती है।


वर्ष 2015 के दौरान शनि वृश्चिक एवं राहु कन्या राशि में रहेगा जबकि वर्ष की पहली छमाही में गुरू कर्क राशि के बीच से गुजरेगा जबकि दूसरी छमाही के दौरान गुरू सिंह राशि के बीच से पारगमन करेगा। 20 मार्च 2015 तथा 1.सितंबर 2015 को सूर्य ग्रहण लगेगा एवं चंद्रमा ग्रहण 4 अप्रैल 2015 व 24 सितंबर 2015 को लगेगा, जो कुल मिलाकर पूरे विश्व को प्रभावित करेगा। 


शनि की मजबूत एवं अशांत ऊर्जा संकेत देती है कि कुछ सबसे शक्तिशाली आपराधिक समूहों व राजनीतिक प्रतिष्ठानों के बीच गठजोड़ हो सकता है, जिसके कारण भ्रष्टाचार में वृद्घि, अस्थिरता एवं आर्थिक तंगहाली का सामना करना पड़ सकता है। संभावना है कि माफिया या अपराधी समूह पर्याप्त और महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्रों को नियंत्रित करने के लिए विद्रोही राजनीतिक आंदोलनों को सहयोग कर सकते हैं। इसके अलावा राजनीतिक मामलों में विश्वासघात होने के संकेत भी मिल रहे हैं। 


राहु बुध के अधिकार वाली राशि में है, जो संकेत देता है कि आतंकवादी रणनीति अत्यधिक परिष्कृत हो जाएगी और हिंसा फैल सकती है। जैविक और रासायनिक हथियारों का खतरा बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।


हालांकि, उच्च का गुरू पहली छमाही में शनि पर अपनी दृष्टि डालेगा, जो संकेत देता है कि लोग इस समय दर्शन, सत्य और धर्म की तरफ झुकेंगे। बृहस्पति का शुभ प्रभाव अर्थशास्त्र, विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में नया तथा सकारात्मक संरचनात्मक विकास लाएगा।
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श्री नरेंद्र मोदी—-


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ। इनकी कुंडली में महालक्ष्मी योग, गजकेसरी योग और बुधादित्य योग हैं। इनको राजनीति में लाने वाले ग्रह शुक्र और शनि है। शनि प्रजा का स्वामी माना जाता है, इसके होने से इनका कर्मक्षेत्र राजनीति ही रहा है। इनकी कुंडली में एक विशेष योग बनता है जिसके कारण ये परिस्थितियों के अनुकूल नहीं होते बल्कि परिस्थितियों से अपने अनुकूल बना लेते हैं। 


कैसा रहेगा साल 2015?


वर्तमान में श्री मोदी को चंद्रमा की महादशा चल रही है, जो इनके लिए लाभकारी है। साल 2015 में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की प्रतिष्ठा का ग्राफ और ऊपर चढ़ेगा। अपनी विशेष कार्यशैली के बल पर नरेंद्र मोदी विदेश में रहने वाले भारतीयों के बीच भी खासे लोकप्रिय रहेंगे। हालांकि कुछ मामलों में इनकी आलोचना भी होगी, लेकिन वे निडरता से अपना काम करते रहेंगे। कुल मिलाकर साल 2015 नरेंद्र मोदी के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा।
हमारे प्रधानमंत्री जी को अप्रेल 2015 तक संभलकर चलना होगा..उनके अपने कुनबे के लोग ही गड़बड़ कर सकते हैं, व्यर्थ के विवाद-बयानबाजी से बचाना चाहिए..विदेशो या पडोसी देशों से सावधानी अत्यावश्यक हैं..
इस वर्ष हमारे प्रधानमंत्री जी को संभल कर रहना होगा..विशेषकर अपने सहयोगियों या मित्रों से, धोखा दे सकते हैं..पार्टी बदल सकते हैं..आरोप भी लगा सकते हैं..
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श्री राजनाथ सिंह


राजनाथ सिंह का नाम भाजपा के कद्दावर नेताओं में लिया जाता है। कहा जाए कि नरेंद्र मोदी को प्रदेश की राजनीति से देश की राजनीति में लाने का काम राजनाथ सिंह ने किया है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। राजनाथ सिंह ने ही तमाम विरोधों के बाद भी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में प्रमोट किया और उन्हीं की रणनीति के चलते ही भाजपा ने केंद्र में अपना परचम लहराया। वर्तमान में ये  देश के गृह मंत्री हैं।


राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 में हुआ। इनकी जन्म कुंडली में भाग्येश बृहस्पति भाग्य स्थान में स्वगृही है। इनकी कुंडली में लग्न कुंडली से ज्यादा बलवान ग्रह योग नवमांश में हैं। शनि नवमांश में स्वगृही है तथा वर्तमान में महादशा भी शनि की चल रही है।


कैसा रहेगा साल 2015?


साल 2015 में राजनाथ सिंह के सितारे बुलंदी पर रहेंगे। शनि की महादशा इनके लिए शुभ रहेगी वहीं शत्रु व षडय़ंत्र इस वर्ष आठवें राहु के कारण बलवान व प्रभावी रह सकते हैं। पार्टी में चल रहे अंतर्कलह को सुलझाने के लिए इन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। अष्टमस्थ राहु के कारण साल 2015 में कुछ बातों को लेकर ये विवादों में रह सकते हैं।
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श्री अमित शाह —-


भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खास सिपहसालार माना जाता है। साल 2014 अमित शाह के लिए बहुत ही बेहतरीन रहा। अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा ने कई राज्यों के चुनाव जीते, वहीं लोकसभा चुनाव में भी अमित शाह का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। अमित शाह की काबिलियत देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया।


प्राप्त जन्म कुंडली के अनुसार अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर, 1964 को मुंबई में हुआ। कुंभ राशि के स्वगृही शनि ने इनके भाग्य का सितारा बुलंद किया है। महाभाग्यशाली योग इनकी कुंडली में विद्यमान है। राहु, मंगल की युति के कारण इनकी कुंडली में अंगारक योग बन रहा है।


कैसा रहेगा साल 2015?


सितारे कहते हैं कि वर्तमान ग्रह स्थितियां अमित शाह के लिए एकदम उपयुक्त है। भाग्य स्थान का बृहस्पति इनके भाग्य को और चमका रहा है। साल 2015 में शनि, बृहस्पति व राहु-केतु का गोचरीय परिभ्रमण इनकी ख्याति, प्रतिष्ठा व यश में लगातार वृद्धि करेगा। पार्टी व सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।
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श्रीमती स्मृति ईरानी—
श्रीमती स्मृति ईरानी भाजपा की उन चुनिंदा नेताओं में से एक हैं, जो किसी ने किसी कारण से लगातार चर्चाओं में बनी रहती हैं। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में श्रीमती स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़कर सबको चौंका दिया। हालांकि स्मृति ये चुनाव जीत नहीं पाई, लेकिन उन्होंने राहुल गांधी की कड़ी चुनौति दी। वर्तमान में श्रीमती स्मृति ईरानी मानव संसाधन विकास मंत्री के पद रहते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। सितारे कहते हैं कि साल 2015 स्मृति ईरानी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।


प्राप्त कुंडली के अनुसार 23 मार्च, 1976 को जन्मी श्रीमती स्मृति ईरानी का सितारा बुलंदी पर है। इनकी कुंडली में चंद्रमा-मंगल आमने-सामने हैं, जो लक्ष्मी योग बना रहे हैं। लक्ष्मी योग के कारण ही इन्हें लगातार सफलता मिल रही है। इनके किस्मत का स्वामी पद्म सिंहासन योग बन रहा है, इसलिए इन्हें उच्च पद की प्राप्ति हुई है। इनकी कुंडली में शनि-मंगल का द्विद्वादश योग बन रहा है, इसलिए इन्हें गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए।


कैसा रहेगा साल 2015?


जन्म कुंडली के अनुसार साल 2015 में धनेश व भाग्येश मंगल की महादशा में स्मृति ईरानी का राजनीतिक करियर और ऊपर जाएगा। सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों में इनकी भागीदारी रहेगी। मंगल की महादशा में शनि का अंतर इनके पराक्रम को और बढ़ाएगा। कुल मिलाकर साल 2015 स्मृति ईरानी के लिए काफी अच्छा रहेगा।
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श्रीमती सोनिया गांधी—-


साल 2014 श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक करियर के हिसाब से बहुत ही बुरा रहा। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को बुरी तरह से नकार दिया साथ ही कई राज्यों में भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। सितारे कहते हैं कि आने वाला समय भी सोनिया गांधी के लिए अच्छा नहीं रहेगा।
इटली में जन्मीं श्रीमती सोनिया गांधी की कुंडली देखी जाए तो पता चलता है कि इनकी कुंडली के केंद्र स्थान में शनि है, जो इन्हें लोकप्रिय बनाता है। वहीं इनकी कुंडली में चौथे स्थान में शुक्र स्थित है, जो कि इनके प्रबल राजयोग का कारण बना। साथ ही उनकी कुंडली में मालव्य योग भी है। इसके कारण ही सोनिया गांधी का व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली है। 


कैसा रहेगा साल 2015?


साल 2015 श्रीमती सोनिया गांधी के लिए अच्छा समय नहीं कहा जा सकता। इस दौरान इनकी लोकप्रियता का ग्राफ और नीचे आएगा। केतु की महादशा में मंगल और राहु का अंतर इनके लिए घातक साबित होगा। इस समय इनके लिए सबसे बड़ी चुनौति होगी पार्टी में एकजुटता बनाए रखना। पार्टी के कुछ बड़े नेता भी इनके खिलाफ बोल सकते हैं। कुल मिलाकर साल 2015 सोनिया गांधी के लिए अच्छा नहीं रहेगा। 
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श्री राहुल गांधी—


कांग्रेस के उपाध्यक्ष और सोनिया-राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी के लिए साल 2014 बिल्कुल भी ठीक नहीं रहा। राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस को हर चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। चाहे वो लोकसभा चुनाव हो या हरियाणा व कश्मीर के विधानसभा चुनाव। कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं में इस हार का जिम्मेदार सीधे-सीधे राहुल को बताया। जानिए साल 2015 राहुल के लिए कैसा रहेगा।


श्री राहुल गांधी जन्म 19 जून 1070 को हुआ। इनकी कुंडली मिथुन लग्न की है। इनके केंद्र स्थान पर सूर्य और मंगल विराजमान है, जो इनके राजयोग में सहायक हैं और इसी युति के कारण ही राहुल का राजनीति अपने परिवार से विरासत में मिली है। 


कैसा रहेगा साल 2015?


श्री राहुल गांधी की कुंडली के अनुसार उनके लिए सन 2015 का समय काफी परेशानियों वाला रहेगा। विरोधी इन्हें विवादों में घसीटने का प्रयास करेंगे। इस समय राहुल की सूझबूझ व धैर्य की परीक्षा होगी। व्यक्तिगत रूप से इनका प्रभाव कम होगा, वहीं पार्टी में भी इनके विरुद्ध षडय़ंत्र हो सकते हैं। राहुल गांधी पार्टी में चल रही अंतर्कलह को रोकने में भी सफल नहीं हो पाएंगे।
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सुश्री ममता बनर्जी —-


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश की प्रमुख महिला नेत्रियों में से एक हैं। ममता बनर्जी को जुझारू व कर्मठ नेता के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि जनता का प्यार उन्हें लगातार मिल रहा है। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस तीसरी सबसे पड़ी पार्टी बनकर उभरी है। प्राप्त कुंडली के अनुसार जानिए साल 2015 ममता बनर्जी के लिए कैसा रहेगा।


सुश्री ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को वृषभ लग्न में हुआ। इनकी कुंडली में शनि व गुरु की स्थिति के कारण ये बेबाक हैं। सूर्य व राहु की अष्टम स्थान में युति इन्हें जुझारू व निडर बनाती है। तीसरे भाव में स्थित उच्च के गुरु के कारण ही इन्हें बड़े-बड़े मुद्दों में जीत मिली है। इनकी कुंडली में शनि उच्च का है, जो इन्हें प्रसिद्धि दिलाता है। 


कैसा रहेगा साल 2015?


सितारे कहते हैं कि आने वाला समय ममता बनर्जी के लिए अच्छा रहेगा। इस साल इनकी कीर्ति, पराक्रम व प्रतिष्ठा का ग्राफ और ऊपर जाएगा। शनि की महादशा में शुक्र व लग्नेश का अंतर इनके लिए भाग्यशाली साबित होगा। राजनीतिक हलकों में इनकी बात को महत्व दिया जाएगा। किसी ने किसी कारण ये चर्चाओं में बनी रहेंगी।
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श्री मुलायम सिंह के सितारों की चाल—-


कर्क लग्न एवं मीन राशि तथा सिद्धि योग में श्री मुलायम सिंह यादव का जन्म हुआ है। ऐसे जातक कर्मठ एवं संघर्षशील स्वभाव के होते हैं। भाग्यभाव में गुरु-चंद्रमा की युति गजकेसरी योग बनाता है जो राज्य योगकारी है। प्राप्त जन्म कुंडली के अनुसार 2 नवंबर 1939 को जन्में मुलायमसिंह यादव की कुंडली में उच्च के मंगल के कारण रुचक योग नामक महापुरुष योग बन रहा है। मंगल की दृष्टि लग्न पर है। सूर्य-शनि दोनों आमने-सामने हैं, दोनों ही नीच के होकर नीचभंग राजयोग बना रहे हैं। भाग्येश भाग्य स्थान में स्वगृही होकर भाग्यशाली योग बना रहा है। 


सपा की स्थापना के समय, मुलायम सिंह यादव की कुंडली के अनुसार लग्नेष चंद्रमा की महादशा में भाग्येश गुरु की अंतरदशा चल रही थी। नई पार्टी की स्थापना का सुयोग चंद्रमा की महादशा अप्रैल 1998 तक पुनः कर्मेश मंगल की महादशा ने आगामी सात वर्षों के भीतर सत्ता की भागदौड़ संभालने का अवसर दिया।


साल 2014 राजनीतिक करियर के हिसाब से समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायमसिंह यादव के लिए बहुत बुरा रहा। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में इनकी पार्टी को जनता ने नकार दिया। इससे पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की ऐसी हालत कभी नहीं हुई थी। सितारे कहते हैं कि साल 2015 में भी मुलायमसिंह यादव का जनाधार और कम होगा।


कैसा रहेगा साल 2015?


सितारे कहते हैं कि राजनीतिक दृष्टिकोण से साल 2015 भी श्री मुलायमसिंह यादव के लिए कुछ खास नहीं रहेगा। इस साल इनका जनाधार और कम हो सकता है।  उत्तर प्रदेश में इनकी सरकार को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। कुछ मामलों को लेकर इनकी सरकार की किरकिरी भी होगी। पार्टी के नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठते रहेंगे।
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श्री अरविंद केजरीवाल—-


समाजसेवी श्री अन्ना हजारे के आंदोलन से चर्चा में आए श्री अरविंद केजरीवाल के लिए साल 2014 मिला-जुला रहा। दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत तो हासिल की, लेकिन अनुभव की कमी के चलते केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद इनकी लोकप्रियता में काफी कमी आई। जन्म कुंडली से जानिए साल 2015 श्री अरविंद केजरीवाल के लिए कैसा रहेगा।


आम आदमी पार्टी के प्रमुख श्री अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हिसार में हुआ। इनकी कुंडली में दशम स्थान में शनि-चंद्रमा की युति से विष योग बना हुआ है। कुंडली में चंद्रमा की स्थिति ने इन्हें उच्च अभिलाषी बनाया है, वहीं  सूर्य के कारण ही इन्हें भारतीय राजस्व सेवा का अधिकारी बनाया।


कैसा रहेगा साल 2015?


सितारे कहते हैं कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख श्री अरविंद केजरीवाल के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। गुरु की महादशा में बुध का अंतर इनके राजनीतिक करियर के लिए अच्छा नहीं रहेगा। इस समय इनके विरोधी भी सक्रिय रहेंगे। साल 2015 में इनकी पार्टी का जनाधार भी धीरे-धीरे नीचे गिरेगा।
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सुश्री मायावती का ग्राफ गिर सकता है : 
मायावती कर्क लग्न एवं मकर राशि में जन्म लेने वाली जातक हैं। ज्योतिष के अनुसार जो घनिष्ठा नक्षत्र एवं सिद्धि योग में जन्म लेते हैं वे जीवन में शून्य से शिखर तक पहुंचते हैं। 


भाग्येश गुरु की सिंह राशि में स्थिति घोषित एवं अघोषित दोनों तरह की संपत्ति का स्वामी बनाता है। नीचस्थ केतु का एकादश भाव में स्थित होना इसे और भी बल देता है। पंचम स्थान में स्थित राहु, शनि एवं मंगल जातक को बेहद महत्वाकांक्षी बना देता है और लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में नैतिकता आड़े नहीं आती है। 


मायावती की कुंडली में मंगल कर्म स्थान का मालिक है। मंगल, शनि और राहु के साथ स्वग्रही होकर पंचम स्थान में स्थित है। त्रिकोण की इसी स्थिति के चलते बसपा को पूर्ण बहुमत की सरकार मिली थी लेकिन वर्तमान समय में शनि की महादशा में गुरु की अंतरदशा चल रही है। 
इस कारण दिसंबर-जनवरी में मायावती द्वारा लिए गए चुनावी फैसले बेहद नुकसानदेह होंगे। ===============================================
श्रीमती सुषमा स्वराज—


भारतीय जनता पार्टी की प्रथम पंक्ति की प्रमुख नेता मानी जाने वाली श्रीमती सुषमा स्वराज अपने प्रखर नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं। वर्तमान में वे भारत सरकार की विदेश मंत्री के पद पर रहते हुए सजगता से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही हैं। जानिए साल 2015 सुषमा स्वराज के लिए कैसा रहेगा-


श्रीमती सुषमा स्वराज की जन्म तिथि 14 फरवरी 1952 है। उनकी कुंडली में बुध द्वितीय का कारक होकर द्वितीय भाव में ही स्थित है, जो इनकी ओजस्वी वाणी का कारक है। गुरु सप्तम में स्थित लग्न को देख कर राजयोग बना रहा है और फिर शनि लग्न में स्थित होकर शशयोग नामक महापुुरुष योग बना रहा है।


कैसा रहेगा साल 2015?


साल 2015 में श्रीमती सुषमा स्वराज का राजनीतिक करियर और अधिक ऊंचाइयां प्राप्त करेगा। वे अपने बेबाक बयानों और अपने निर्भीक निर्णयों से लगातार चर्चा में रहेंगी। पार्टी के हर छोटे-बड़े निर्णयों में इनकी भागीदारी रहेगी व सरकार में उनकी बात को काफी अहमियत दी जाएगी।
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सुश्री उमा से मिलेगा भाजपा को फायदा–


कर्क, लग्न एवं मकर राशि में जन्म लेने वाले जातकों में उमा भारती शुमार हैं। इनकी कुंडली के दशम स्थान पर उच्च का सूर्य है जो भाग्यशाली, राज्यसत्ता के नियामक होने के साथ जिद्दी स्वभाव के होते हैं। उपलब्धियां प्राप्त कर उन्हें गवां देना इनकी आदत होती है। 


वर्तमान में शनि की महादशा में मंगल की अंतरदशा चल रही है। इसी कारण पार्टी में वापसी हो सकी और स्टार प्रचारक का उत्तरदायित्व मिला। इनके नेतृत्व में पार्टी को फायदा होगा।
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यह जानकारी उपलब्ध आंकड़ों पर हैं, इन नेता व नेत्रियों के जन्मदिन व समय संभावित हैं..


सोनिया गांधी 9 दिसंबर रात 9.23 ।
राहुल गांधी 19 जून, 1970 सुबह 5.07 ।
मुलायम सिंह 22 नवंबर, 1939 सायं 7.39 ।
मायावती 15 जनवरी सायं 8.34।
रीता जोशी 22 जुलाई दोपहर 12.10 । 
अखिलेश यादव 1 जुलाई, 1973 सायं 5.46 ।
उमा भारती 3 मई दोपहर 12.30 ।
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सावधान रहें ..सतर्क रहें…सुरक्षित रहें..


“शुभम भवत”..”कल्याण हो “
==पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री

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